इस आर्टिकल में भारतीय दण्ड संहिता {Indian Penal Code (IPC Dhara)} के बारे में जानेंगे कि IPC Dhara Kya hai, IPC Full Form, कब और किसने लागू की और IPC का मुख्य उद्देश्य क्या है, आईपीसी में कितनी धाराएं हैं, आईपीसी में सबसे खतरनाक धारा कौन सी है।
IPC Dhara Kya hai | What Is IPC Section in Hindi?
Indian Penal Code को हिंदी में भारतीय दंड संहिता कहते है और उर्दू में ताज इरात-ए-हिन्द भी कहते हैं। भारतीय दण्ड संहिता (Indian Penal Code) भारत की आधिकारिक आपराधिक संहिता है जो भारत के भीतर किसी भी नागरिक द्वारा किये गये अपराधों की परिभाषा व दण्ड का प्रावधान करती है।
भारतीय दण्ड संहिता यानि IPC Dhara भारत की सेना पर लागू नहीं होती है और 2019 से पहले जम्मू एवं कश्मीर पर भी यह धारा लागू नहीं होती थी, किन्तु अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू एवं कश्मीर में भी अब भारतीय दण्ड संहिता (IPC) लागू है।
भारतीय दण्ड संहिता जो विभिन्न अपराधों और उनकी सजा को सूचीबद्ध करता है यानि IPC Dhara यह बताता है कि अपराधी को क्या सजा होगी और कितना जुर्माना देना होगा की नहीं।
सभी क़ानूनी कार्य जो जज, वकील और पुलिस द्वारा किये जाते है, वे सभी IPC धाराओ के अंतर्गत किये जाते हैं कोई भी कार्य इनके बाहर जाकर नहीं किया जा सकता।
IPC Section Full Form
IPC Full Form- Indian Penal Code जिसे हिंदी में भारतीय दंड संहिता कहते है और उर्दू में ताज इरात-ए-हिन्द भी कहते हैं।
IPC Dhara का मुख्य उद्देश्य
IPC Dhara का उद्देश्य आपराधिक कानून के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल करना है। ब्रिटिश काल दौरान भारतीय दण्ड संहिता को सन् 1860 में लागू हुई। इसमे समय-समय पर संशोधन होते रहे है, लेकिन सर्वाधिक संशोधन भारत के स्वतन्त्र होने के बाद किए गए थे।
IPC – Indian Penal Code को लागू करने का मुख्य उद्देश्य था कि सम्पूर्ण भारत में एक ही तरह के कानून को लागू करना था ताकि अलग-अलग क्षेत्रीय कानूनों की जगह एक ही कोड हो यानि IPC (भारतीय दण्ड संहिता) कानून अपराधों के बारे में यह बताता है कि अपराधी को क्या सजा होगी और कितना जुर्माना देना होगा की नहीं ।
आईपीसी में कितनी धाराएं हैं? | How many sections are there in IPC?
Indian Penal Code (IPC Dhara) में कुल मिलाकर 511 धाराएं ( Sections) और 23 अध्याय (chapters) हैं। जानकारी के अनुसार, अबतक 160 धाराओं को बदल दिया गया है, और भारतीय दण्ड संहिता में 9 नई धाराएं जोड़ी गई हैं और साथ में 9 धाराओं को निरस्त भी किया गया है।
आईपीसी में सबसे खतरनाक धारा कौन सी है? | Which is the most dangerous section in IPC?
भारतीय दण्ड संहिता की धारा 326 के तहत आने वाले अपराधों को गंभीर अपराध की श्रेणी में रखा गया है। IPC section 326 में दोषी पाए जाने पर 10 वर्ष की जेल से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा दी जा सकती है। और साथ ही दोषी पर आर्थिक जुर्माना भी लगाया जाता है।
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