आज इस आर्टिकल में आपको नवरात्रि क्या है, उसका अर्थ और नवरात्रि क्यों मनाया जाता है इस बारे में बताएँगे और जैसे कि आप जानते है कि नवरात्रि के पीछे एक पारंपरिक कथा है आज हम इस कथा को जानेगे और साथ में विज्ञानक तर्क (जानिए नवरात्रि के पीछे का वैज्ञानिक कारण) भी जानेंगे और नवरात्रि का त्योहार मनाने के फायदे और अक्टूबर में नवरात्रि कब है 2021 में ऐसे सभी सवालों के जवाब आपको आज इस आर्टिकल में देखने को मिलेगा। इसीलिए चलिए आज जानते हैं नवरात्रि के बारे में।
नवरात्रि क्या है, नवरात्रि का क्या अर्थ है और नवरात्रि कब मनाई जाती है?
नवरात्रि हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है। जो एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है नौ रातें। इन नौ रातों में देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है। और दसवें दिन दशहरा या रामनवमी नाम से जाना जाता है। और नवरात्रि साल में दो बार मनाई जाती है जिसकी शुरुआत चैत्र माह और अश्विन माह में मनाई जाती है।
नवरात्रि के नौ रातों में तीन देवियों के नौ स्वरुपों की आराधना होती है, तीन देवियों: महालक्ष्मी, महासरस्वती और महाकाली।
नवरात्रि क्यों मनाया जाता है? | दो कारण: पारंपरिक कथा और वैज्ञानिक तर्क
पारंपरिक कथा: आदिशक्ति की उत्पत्ति | Origin of Adishakti
कई हजार साल पहले की बात है। एक महिषासुर नाम का राक्षस था उसका आधा शरीर राक्षस का और आधा शरीर भी भैसे का था। महिषासुर बहुत घमंडी और अत्याचारी था। एक बार उसने कई सालों तक ब्रह्मा जी की कठिन तपस्या की थी, एक दिन ब्रह्मा जी प्रसन्न हुए और महिषासुर ने उनसे मांगा कि हे प्रभु मुझे ऐसा वरदान दीजिए कि इन तीनों लोकों में किसी भी देवता या मानव के द्वारा मेरी मृत्यु न हो सके।
ब्रह्मा जी ने ऐसा ही किया, उसके बाद महिषासुर ने देवताओं पर आक्रमण कर दिया और उनके क्षेत्र पर कब्जा कर लिया तब सभी देवता महिषासुर के उत्पाद से परेशान हो गए। और सभी मिलकर ब्रह्मा जी, शिव जी और विष्णु जी की शरण में गए। सभी देवताओं ने मिलकर इस समस्या उपाय ढूंढ़ने का प्रयास किया। इसी प्रकार आदिशक्ति मां दुर्गा का निर्माण किया।
सभी देवताओं ने मां दुर्गा को सभी प्रकार के अस्त्र-शस्त्र प्रदान किया। सभी प्रकार के शास्त्रों को लेकर महिषासुर की नगरी की ओर चल पड़े। जब महिषासुर को सूचना मिली इस बारे में तब उसने मां दुर्गा से विवह की प्रस्तावना रखी तब मां दुर्गा ने कहा कि हे असुरराज मुझसे युद्ध करो यदि तुम मुझसे युद्ध जीत गए तो मैं तुमसे अवश्य विवह करने को तैयार हूं।
महिषासुर ने देवी से कहा कि मै युद्ध करने को तैयार हूं फिर महिषासुर और मां दुर्गा के बीच भयंकर युद्ध हुआ यह युद्ध 10 दिनों तक चला। अंत में मां दुर्गा ने महिषासुर का वध कर दिया उसके बाद सभी देवता अति प्रसन्न हुए महिषासुर के वध से और मां दुर्गा पर पुष्प बर्षा करने लगे, उनकी जय-जयकार करने लगे। तब से हिंदू ने नवरात्रि का त्योहार मनाना शुरू किया। यह है पारंपरिक कथा…
यह भी पढ़े:
» Bhagavad Gita के Chapter Summary 1 to 18 (भगवद् गीता का पूरा सार)
» Radhe Shyam 2022 में एक आने वाली Movie जानें Story, Cast, Teaser, Budget, Release date के बारे में
» क्रिप्टो करेंसी क्या है और कैसे इसी यूज किया जाता है जानें
» सरकारी नौकरी और प्राइवेट नौकरी में क्या अंतर है जानें
» Business का अर्थ है | बिजनेस की परिभाषा क्या है | बिज़नेस को शुरू करने के लिए 6 तरीके के बारे जानें
वैज्ञानिक तर्क: नवरात्रि का वैज्ञानिक आधार | Science behind Navratri
नवरात्रि मनाने के पीछे का वैज्ञानिक कारण आइए। आज हम आपको नवरात्रि मनाने के पीछे का वैज्ञानिक कारण बताते हैं। नवरात्रि का त्यौहार प्रत्येक साल बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस त्यौहार को वैदिक परंपरा से पूजा करते हैं और हजारों लोग माता दुर्गा के दर्शनों के लिए जाते हैं।
इस समय में किया गया हवन पूजा और यह बहुत ही लाभ पहुंचाता है। हवन और यज्ञ करने से शरीर और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं। इसी कारण से नवरात्रि को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। नवरात्रि का त्योहार साल में दो बार मनाया जाता है। चैत मास के महीने में जिसे चैत्र नवरात्रि कहां जाता है और दूसरा शारदीय नवरात्रि जो कार्तिक मास में मनाया जाता है।
चैत नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि उत्तर भारत में मुख्य रूप से मनाया जाता है। नवरात्रि का समय अत्यंत ही महत्वपूर्ण और शुभ माना जाता है। इस समय में सभी प्रकार के शुभ कार्यों का आरंभ होता है। यही वह समय होता है जब मौसम अपनी करवट बदलता है, यानी मौसम में बदलाव आता है। नवरात्रि का त्यौहार प्रत्येक जीव के लिए कल्याण, शांति और समृद्धि के लिए होता है।
नवरात्रि का समय वह समय होता है। जब ऋतुऐं बदलती है। शास्त्रों के अनुसार इस समय नकारात्मक शक्तियों को नष्ट करने के लिए हवन और पूजा किया जाता है। नवरात्रि पर हवन पूजा करने से स्वास्थ्य ठीक रहता है। यही कारण है कि साल में आने वाले सभी नवरात्रों के संधिकाल में होते हैं। यही वह समय होता है। जब मौसम बदलता है जिससे शरीर और मानसिकता में कमी आती है। इसलिए शरीर और दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए व्रत और पूजा की जाती है।
नवरात्रि का त्योहार मनाने के फायदे | Benefits of celebrating the festival of Navratri
नवरात्रि में शरीर और दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए व्रत और पूजा की जाती है। नवरात्रि को स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अत्यधिक महत्व दिया जाता है। इस समय व्रत करने से ना केवल मानसिक शक्ति प्राप्त होती है बल्कि शरीर और विचारों की विशुद्धि होती है।
जिस प्रकार हम नहा कर अपने शरीर को साफ रखते हैं उसी प्रकार नवरात्रि के इस पावन अवसर पर शरीर के साथ-साथ विचारों की शुद्धि की जाती है जो अत्यंत ही महत्वपूर्ण है।
जैसे मौसम बदलता है। उस समय शरीर को रोग से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता को पढ़ाना पड़ता है। नवरात्रि व्रत करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। इसलिए नवरात्रि को विशेष माना जाता है।
अक्टूबर में नवरात्रि कब है 2021 में? | When is Navratri in October 2021?
इस साल शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 07 अक्टूबर, गुरुवार से होगा और 15 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाऐगा।