प्रेम बिहारी नारायण कौन थे? | Who was Prem Bihari Narayan?
Prem Bihari Narayan Raizada (प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा) एक भारतीय सुलेखक और लेखक (Calligrapher & Writer) थे। इनका जन्म 17 दिसंबर 1901 को हुआ था, प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा ने भारत के संविधान को अपने हाथ से लिखा था।
प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा का जन्म सुलेखकों के परिवार में हुआ था। जब प्रेम छोटा थे तब उनके माँ और पिता दोनों की मृत्यु हो गई थी। उसके बाद प्रेम का पालन-पोषण प्रेम के दादा जी ने किया था। प्रेम के दादा जी खुद एक अंग्रेजी और फ़ारसी के विद्वान (English and Persian scholar) थे।
Prem Bihari Narayan Raizad Education
प्रेम के दादा जी ने ही प्रेम को भारतीय सुलेख की कला सिखाई। आगे पढ़ने के लिए, प्रेम ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज में दाखिला लिया, प्रेम ने सुलेखन कौशल को कॉलेज में निखारना जारी रखा।
1940 में जब भारत की संविधान सभा द्वारा भारतीय संविधान का प्रारूप तैयार किया जा रहा था, तब जवाहरलाल नेहरू ने प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा को मौलिक दस्तावेज की पहली प्रति लिखने के लिए कहा था। वे संविधान को हाथ से लिखने के लिए मान भी गए निशुल्क, किन्तु उन्होंने एक शर्त रखी कि:
“मै एक पैसा नहीं लूंगा। भगवान की कृपा से मेरे पास सब कुछ है, और मैं अपने जीवन से काफी खुश हूं। लेकिन मेरी एक शर्त है कि संविधान के हर पन्ने पर मैं अपना नाम लिखूंगा और आखिरी पन्ने पर अपने दादा के नाम के साथ अपना नाम लिखूंगा।”
Prem Bihari Narayan Raizad & Vasant Krishna Vaidya
प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा ने अपने हाथ से अंग्रेजी में संविधान को लिखा था यही मूल संविधान है। हिंदी संस्करण का सुलेख वसंत कृष्ण वैद्य (Vasant Krishna Vaidya) द्वारा लिखा गया था। प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा को 6 महीने लगे तथा कुल 432 निब घिस गईं संविधान को लिखने ने।
हमारा संविधान न केवल हाथ से लिखा गया है, बल्कि प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा द्वारा शांति निकेतन के चित्रकारों ने इसके कवर से लेकर हर पन्ने को भी अपनी सुंदर कला से सजाया।
संविधान किसने लिखा और कब लिखा था? | भारत का संविधान लिखने वाला कौन था?
संविधान निर्माता होने का श्रेय संविधान सभा की ड्राफ्टिंग सभा का अध्यक्ष होने के नाते डॉ. अंबेडकर को दिया जाता है। लेकिन अपने हाथों से संविधान लिखने वाले प्रेम बिहारी नारायण रायजादा थे।
संविधान के हर पेज पर किसका नाम लिखा है?
संविधान के हर पेज पर लेखक प्रेम बिहारी नारायण रायजादा का नाम लिखा हुआ है और अंतिम पेज पर प्रेम बिहारी नारायण रायजादा और उनके दादा का नाम लिखा हुआ है। प्रेम बिहारी नारायण रायजादा की शर्त के अनुसार ही उन्होंने संविधान को लिखे जाने की जिम्मेदारी ली थी, इसके लिए उन्होंने 1 रुपए भी नहीं लिया।
संविधान को हिंदी और इंग्लिश में किसने लिखा? | मूल संविधान किस भाषा में है?
प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा ने अपने हाथ से अंग्रेजी में संविधान को लिखा था यही मूल संविधान है। हिंदी संस्करण का सुलेख वसंत कृष्ण वैद्य (Vasant Krishna Vaidya) द्वारा लिखा गया था। प्रेम बिहारी नारायण रायज़ादा को 6 महीने लगे तथा कुल 432 निब घिस गईं संविधान को लिखने ने।