सरदार वल्लभ भाई पटेल की जीवनी | Sardar Vallabhbhai Patel Biography in Hindi

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इस आर्टिकल में हम उनके बारे में जानेंगे जिन्होने भारत को एक किया, भारत का एकीकरणकर्ता भी कहा जाता है वें हमारे महान नेता थे उन्ही के बारे में जानेंगे सरदार वल्लभ भाई पटेल की जीवनीसरदार वल्लभ भाई पटेल के बारे में हम इस आर्टिकल उनके जीवन संघर्ष, परिवार, पढ़ाई, और लोगो द्वारा पूछे गए सवालों का जबाब भी इसी आर्टिकल में मिलेंगे।


सरदार वल्लभ भाई पटेल की जीवनी | Sardar Vallabhbhai Patel Biography in Hindi

Sardar Vallabhbhai Patel Biography | सरदार वल्लभभाई पटेल की जीवनी


वल्लभभाई झावेरभाई पटेल जिन्हे आमतौर पर सरदार के नाम से जाना जाता है, इनका जन्म 31 अक्टूबर 1875 को ब्रिटिश भारत के बॉम्बे प्रेसीडेंसी के खेड़ा जिले के नडियाद शहर में हुआ था। सरदार वल्लभ भाई पटेल एक भारतीय वकील, प्रभावशाली राजनीतिक नेता, बैरिस्टर और राजनेता थे।

सरदार वल्लभ भाई पटेल का जीवन संघर्ष

वल्लभभाई झावेरभाई पटेल को अक्सर सरदार भारत और अन्य जगहों पर कहा जाता था, जिसका अर्थ हिंदी, उर्दू और फारसी में प्रमुख ज्ञाता को कहते है। भारत के राजनीतिक एकीकरण और 1947 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान उन्होंने गृह मंत्री के रूप में कार्य किया। और सरदार पहले भारत के उप प्रधान मंत्री (1947 से 1950 तक) रहे।

सरदार वल्लभ भाई पटेल एक बैरिस्टर और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक श्रेष्ठ नेता थे, इन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम में आगे रहकर अपनी भूमिका निभाई। इन्होने एक संयुक्त और स्वतंत्र राष्ट्र में इसके एकीकरण का मार्गदर्शन किया। सरदार वल्लभ भाई पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के रूढ़िवादी सदस्यों में से एक थे।

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी

भारत सरकार ने 420 मिलियन अमरीकी डालर की लागत में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (यानि सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति बनाई है), दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बनाई। उन्हें 31 अक्टूबर 2018 को समर्पित किया गया था और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की ऊंचाई लगभग 182 मीटर (597 फीट) है। सरदार वल्लभ भाई पटेल को भारत का एकीकरणकर्ता भी कहा जाता है।

सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भारत के डोमिनियन का गठन किया। उन प्रांतों के अलावा उन्होंने जो प्रत्यक्ष ब्रिटिश शासन के अधीन थे, (लगभग 565 स्वशासी रियासतों को) 1947 के भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम द्वारा ब्रिटिश प्रभुत्व से आज़ाद कर दिया गया था। वल्लभ भाई पटेल ने लगभग हर रियासत या राज्य को भारत में शामिल होने के लिए मनाया।

नविन All India Services प्रणाली की स्थापना के लिए उन्हें भारत के सिविल सेवकों के संरक्षक संत के रूप में भी वल्लभ भाई पटेल को याद किया जाता है। सरदार वल्लभ भाई पटेल मृत्यु की 15 दिसंबर 1950 भारत में बॉम्बे राज्य बॉम्बे शहर में हुआ था जब इनकी उम्र 75 वर्ष थी। उनकी मृत्यु हार्ट अटैक के करण हुई थी।

सरदार वल्लभ भाई पटेल को दिए गए शीर्षक

सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत के संस्थापक पिता, भारत के लौह पुरुष, भारत के बिस्मार्क और भारत के एकीकरणकर्ता के नाम से जाना जाता है। सरदार को दिए गए पुरस्कार – भारत रत्न (1991) (मरणोपरांत). 

Sardar Vallabhbhai Patel की Family

सरदार वल्लभ भाई पटेल के पिता का नाम झावेरभाई पटेल था और उनकी माता का नाम लडबा था इनके तीन भाई थे सोमाभाई पटेल, नरशीभाई पटेल और विट्ठलभाई पटेल और इनकी एक बहन भी थी काशीभाई पटेल।
सरदार वल्लभ भाई पटेल की पत्नी का नाम झवेरबा पटेल था इनका विवाह 1891 में हुआ था इनका एक बेटा दयाभाई पटेल था और इनकी एक बेटी मणिबेन पटेल था।

Sardar Vallabhbhai Patel की Education

सरदार वल्लभ भाई पटेल ने अपनी शुरुआती पढ़ाई गुजरात के पेटलाड शहर के एक प्राथमिक विद्यालय से समाप्त की और उन्होंने कानून में उपाधि (Degree in Law) के लिए इंग्लैंड के लंदन के इंस ऑफ़ कोर्ट में स्थित Middle Temple से की।

सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती | राष्ट्रीय एकता दिवस

सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती: प्रतिवर्ष 31 अक्टूबर को उस राष्ट्रीय एकता को श्रद्धांजली दी जाती है। जिन्होने भारत को एक करने के लिए अत्यधिक प्रयास किया यानी सरदार वल्लभभाई पटेल को याद किया जाता है। सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के मौके में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है। ऊपर होने पढ़ा।

In which year did Sardar Vallabhbhai Patel passed away?

सरदार वल्लभभाई पटेल का निधन 15 दिसंबर 1950 भारत में बॉम्बे राज्य बॉम्बे शहर में हुआ था जब इनकी उम्र 75 वर्ष थी। उनकी मृत्यु हार्ट अटैक के करण हुई थी।


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